Bhagwan Kuber Ji Ki Aarti Hindi Me : श्री कुबेर जी की आरती हिंदी में
कुबेर आरती, धनेश आरती,कुबेर जी महाराज की आरती,यक्ष कुबेर जी की आरती
श्री कुबेर मंत्र
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवाणाय, धन धन्याधिपतये।
धन धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा II
दीपावली का त्यौहार धनतेरस से आरंभ होता है ! इस दिन माँ लक्ष्मी, श्री गणेश भगवान एवं कुबेर जी की पूजा आरती सम्पन्ता,वैभवता, के लिए की जाती है ! माँ लक्ष्मी, श्री गणेश की आरती के साथ Bhagwan Kuber Ji ki Aarti भी दरिद्रता को दूर करने के लिए की जाती हैं ! कुबेर जी की पूजा करने से लक्ष्मी जी भी प्रसन्न होकर वैभवता का वरदान देती हैं !
-: अन्य आरती संग्रह :-
गणेश जी की आरती
लक्ष्मी जी की आरती
सरस्वती जी की आरती
हनुमान जी की आरती
खाटू श्याम बाबा की आरती
***********************
श्री कुबेर जी की आरती
(Shri Kuber Ji Ki Aarti)
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे,
ओ स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे I
शरण पड़े भगतों के,
भण्डार कुबेर भरे II
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे..(१)
शिव भक्तों में भक्त कुबेर बड़े,
स्वामी भक्त कुबेर बड़े I
दैत्य दानव मानव से,
कई-कई युद्ध लड़े II
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे..(२)
स्वर्ण सिंहासन बैठे सिर पर छत्र फिरे,
ओ स्वामी सिर पर छत्र फिरे I
योगिनी मंगल गावैं,
सब जय जय कार करैं II
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे..(३)
गदा त्रिशूल हाथ में शस्त्र बहुत धरे,
ओ स्वामी शस्त्र बहुत धरे I
दु:ख भय संकट मोचन,
धनुष टंकार करें II
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे..(४)
भांति भांति के व्यंजन बहुत बने,
ओ स्वामी व्यंजन बहुत बने I
मोहन भोग लगावैं,
साथ में उड़द चने II
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे..(५)
बल बुद्धि विद्या दाता हम तेरी शरण पड़े,
ओ स्वामी हम तेरी शरण पड़े I
अपने भक्त जनों के,
सारे काम संवारे II
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे..(६)
मुकुट मणी की शोभा मोतियन हार गले,
ओ स्वामी मोतियन हार गले I
अगर कपूर की बाती,
घी की जोत जले II
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे..(७)
यक्ष कुबेर जी की आरती जो कोई नर गावे,
ओ स्वामी जो कोई नर गावे ।
कहत प्रेमपाल स्वामी,
मनवांछित फल पावे ॥
ॐ जै यक्ष कुबेर हरे..(८)
II इति श्री कुबेर जी की आरती सम्पूर्ण II
Related
4 Comments
[…] […]
[…] […]
[…] […]
[…] […]