दोस्तों, आज हम बात करेगें हाथी के बारे में 50 रोचक तथ्य की ! इस धरती पर हाथी की उत्पत्ति के बारे में निश्चित तौर पर आज तक प्रमाण नहीं हैं ! हमारे सनातन धर्म में देवराज इंद्र का एरावत हाथी के बारे में पुराणों में आदिकाल से व्याख्या की गई हैं !
प्राचीनकाल से ही राजा महाराजा हाथीयो को युद्ध में लड़ाई करने के लिए व राजाओ की सवारी के लिए रखा जाता था ! जिस रजा के पास जितने ज्यादा हाथी होते थे, वह राजा उतना ही वैभवशाली व शक्तिशाली राजा माना जाता था !
ये बाते तो सब लोग जानते हैं, मगर आज हम हाथी के बारे में वो बाते जानेगें, जो शायद आम लोगो को मालूम नहीं होती हैं !
दोस्तों, अक्सर आपने देखा होगा कि हाथी दिन भर अपने कान को हिलाते रहते हैं ! कभी सोचा कि वो ऐसा क्यों करते हैं ! दरअसल में हाथी अपने शरीर की गर्मी को कानों के जरिए बाहर फेंक छोड़ते हैं ! हाथी के शरीर से गर्मी निकलने का काम उनके कानों की कोशिकाएं करती हैं ! यही कारण है कि हाथी दिन भर अपने कान को हिलाते रहते हैं !
हाथी को अनेक नामो से जाना जाता हैं ! जिनमे प्रमुख नाम गज, हस्ती, मतंग, कुम्भी, मदकल, गजेन्द्र, कुंजर, द्विप, वारण, करीश आदि !
दुनिया में सबसे ज्यादा हाथी लाओस नामक जगह पर पाए जाते हैं ! और साथ ही इसेहाथियों का देश भी कहा जाता हैं ! आमतौर पर
सफेद हाथी थाईलैंड में पाए जाते हैं ! सफेद हाथी बहुत ही दुर्लभ प्रजाति होती हैं !
हाथी के बारे में 50 रोचक तथ्य
शेर को जंगल का राजा भले ही कहा जाता हो, मगर वह हाथी से कभी भी लड़ना पसंद नहीं करता !
कहा जाता हैं की जिन्दा हाथी लाख का तो मारा हाथी सवा लाख का होता हैं !
हाथी का वैज्ञानिक नाम एलेफ़स मैक्सिमस (Elephas Maximus) हैं !
मौजूदा समय में हाथियों की अनुमानित संख्या भारत में लगभग 40 हजार के करीब हैं !
भारत में हाथीदाँत का व्यापर गैरकानूनी हैं ! क्योकिं ज्यादातर हाथीयो का शिकार उनके दाँत के कारण किया जाता हैं !
भारत में राष्ट्रीय वन जीवन बोर्ड (NBWUL) की स्थाई समिति की बैठक 13 अक्टूबर 2010 को हुई ! जिसमे हाथियों को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने वाले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई थी !
प्राचीन काल में हथियो को भरी माल ढोने के लिए इस्तेमाल किया जाता था !
परन्तु कई स्थानों पर हाथीदाँत और उनके मांस के लिए धड़ल्ले से शिकार हाथीयो का किया जा रहा है
हाथी हमेशा साफ सुथरा रहना पसंद करता हैं ! हाथी तालाब या पोखर में नहाना ज्यादा पसंद करते हैं !
अपनी सुंड में हाथी एक बार में तकरीबन 8 से 9 लीटर तक पानी भर सकता हैं !
हाथी आपस में कभी भी नहीं लड़ते, अगर किसी झुंड में हाथी मर जाए तो सारा झुंड अजीब तरह की गर्जना के साथ शोक प्रगट करते हैं !
हाथ की आंखों की रोशनी बहुत ही कमजोर होती हैं ! जिस कारण हाथी को तेज रोशनी में उन्हें कम और कम रोशनी में ज्यादा दिखाई देता हैं !
हाथी की आंख की रोशनी कम होती हैं ! इस कारण वह अपने सूंड का प्रयोग उसी प्रकार से करता हैं ! जैसे एक नेत्रहीन व्यक्ति लकड़ी का !
हाथी की आंखों की पुतलियां बहुत जल्दी सुख जाती हैं ! इस कारण से वह अपनी आंख की पुतलियो को हिला नहीं पाता !
हाथी की पुतलियो को नम रखने के लिए उनकी आंख में से एक तरल पदार्थ निकलता हैं ! यह तरल पदार्थ ज्यादा मात्रा में निकलने पर आंख से बाहर आ जाता हैं ! जिसको हम आंसू समझ बैठते हैं !
एशियाई सभ्यताओं में हाथी बुद्धिमत्ता का प्रतीक माना जाता हैं ! और अपनी स्मरण शक्ति तथा बुद्धिमानी के लिए प्रसिद्ध है !
एशियाई हाथी का कद और कान छोटे अफ़्रीकन हाथी से छोटा होता हैं ! अधिकांशत: एशियाई नर हाथी में हाथीदाँत पाये जाते हैं !
एशियाई हाथी की तीन अन्य उपजातियाँ हैं ! सुमात्राई हाथी, श्रीलंकाई हाथी और बोर्नियो का हाथी
सबसे छोटे हाथी गाय के बछड़े अथवा सूअर के आकार के यूनान के क्रीट द्वीप में पाये जाते थे !
अफ़्रीकन हाथी, एशिया में पाए जाने वाले हाथीयो से भिन्न होते हैं !
अनुमान के अनुसार अफ़्रीकन हाथियों की आबादी मोजुदा समय में 15 लाख के आसपास हैं !
अफ़्रीकन प्रजाति के हाथी एशिया में पाए जाने वाले हाथी से आकार में बड़े होते हैं ! और अफ़्रीकन प्रजाति के हाथी की पीठ अवतल होती हैं !
अफ़्रीकन नर और मादा दोनों हाथी में के हाथीदांत होते हैं ! अफ़्रीकन नस्ल के हाथीयो की त्वचा में बाल भी कम होते हैं।
वयस्क अफ्रीकन हाथी की लंबाई लगभग 10 से 1२ फिट तक पाई जाती हैं ! और भारतीय हाथियों की लंबाई लगभग 8 से 10 फीट तक की होती हैं !
वयस्क अफ्रीकन हाथी का वजन तक़रीबन 6 टन के आसपास तक होता हैं ! वही हमारे भारतीय हाथियों का 5 टन के आसपास होता हैं !
ऍलिफ़स मैक्सिमस मैक्सिमस प्रजाति के हाथी (श्री लंकाई हाथी) केवल श्री लंका के द्वीप में पाया जाता है ! यह भारतीय हाथी की नस्ल से छोटा होता हैं !
हाथी ज्यादातर जंगलों और घास के मैदानों के बीच पाए जाते हैं, क्योंकि वहाँ इनको अपनी पसन्द का भोजन आसानी से मिल जाता हैं !
हाथी को जंजीर और अंकुश द्वारा काबू किया जाता हैं ! और हाथी के छोटे बच्चे को करभ या कलभ कहते हैं !
अगर कभी जंगल में आप का सामना हाथी से हो जाए, और आपको बचाव की कोई जगह ना मिले, तो सबसे आसान तरीका है कि आप ज्यादा से ज्यादा शोर करें ! और आड़े तिरछे दोड़ना चाहिए ! एक सांप की तरह
आपको हाथी से बचने के लिए पेड़ पर नहीं चढना चाहिए ! क्योंकि हाथी की सूंड में इतनी ताकत होती है कि वह एक झटके में पेड़ को उखाड़ कर फेंक सकता है ! और ना ही किसी चीज के पीछे छिपना चाहिए !
हाथी के जीवनकाल के बारे में रोचक तथ्य
हाथियों का जीवनकाल लगभग 70 साल का माना जाता हैं !
हाथी ज्यादातर शांत स्वभाव के होते हैं ! मगर जब इनको गुस्सा आता है, तो ये भयानक उत्पाद मचा देते है !
नर हाथी से मादा हाथी लंबाई में थोड़ी छोटी होती हैं !
हाथी के दिमाग का वजन 5 किलो तक हो सकता है ! किसी भी दूसरे साकाहारी जानवर के दिमाग का वजन इससे ज्यादा नहीं है।
मादा हाथी का गर्भ काल 22 महीनों का होता हैं !
हाथी पानी में लंबे समय तक तैरने की क्षमता रखता है !
हाथी के बच्चे का वजन जन्म के समय क़रीब 100 किलोग्राम के आसपास होता हैं !
हाथियों आमतौर पर 13 या 14 साल की आयु में वयस्क हो जाता हैं !
नर हाथी अपनी 15 वर्ष की आयु के बीच झुंड को छोड़ देते हैं !
हाथी के दोनों दाँतो का वजन लगभग 200 किलोग्राम तक होता हैं !
वयस्क हाथी की चमड़ी की मोटाई लगभग 1 इंच तक होती हैं !
एक मिनट में हाथी केवल दो से तीन बार सांस लेते और छोड़ते हैं !
हाथी अपने विशालकाय शरीर के कारण कुद नहीं सकता !
6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हाथी चल सकते हैं !
दिन भर में हाथी करीब 15 से 20 किलोमीटर तक चल सकते हैं !
हाथी पानी की गंध को 4 से 5 किलोमीटर की दूरी से सूंघ सकता है !
हाथी 1 दिन में 120 किलो तक भोजन खा जाते हैं ! भोजन में उन्हें गन्ना बहुत पसंद हैं !
एक दिन में हाथी 120 से 150 लीटर तक पानी पी जाते हैं !
हाथी 150 मील दूर से बरसात का अनुमान लगा सकते हैं।
हाथी की खास बात यह है कि वह अपने भोजन का सिर्फ 35 पर्सेंट ही पचा पाता है ! बाकी मलद्वार से बाहर निकाल देता है !
हाथी की सूंड की पकड़ इतनी सटीक होती है की जमींन पर पड़ा छोटा सा सिक्का भी उठा सकते हैं !
एक वयस्क हाथी अपनी सूंड से 350 से 400 किलोग्राम तक का वजन उठा सकता है !
एक हाथी अपने दूसरे हाथी कि चिंघाड 8 किलोमीटर दूर तक सुन सकते हैं।
हाथी लेट कर नहीं बल्कि खड़े-खड़े दिन में 4 से 5 घंटे सोते हैं !
हाथी के शरीर का सबसे मुलायम हिस्सा उसके कान के पीछे का माना जाता हैं ! जिसको knule कहते हैं !
महावत अपने पैरों के जरिए हाथी के कान के पीछे (knule) मारकर उसको दिशा निर्देश देते हैं !
हाथी की देखभाल करने वाले को महावत कहा जाता हैं !
बचपन में हमें बताया जाता था कि अगर एक चींटी हाथी की सूंड में घुस जाए तो वह मर जाता है ! इसलिए हाथी जमींन पर फूंक-फूंक कर चलता है ! यह बात कुछ हद तक सही भी है !
क्योकि अगर हाथी को चिंटी, मधुमक्खी या मछर काट ले तो उसके बदन पर घाव हो जाता है ! क्योकि हाथी की त्वचा बहुत संवेदनशील होती है ! इस कारण हाथी अपनी त्वचा को सूर्य से निकलने वाले अल्ट्रावायलेट किरणों से बचने के लिए दलदल या गीली मिट्टी में लौटता है !
आपको हाथी के बारे में 50 रोचक तथ्य की यह जानकारी कैसी लगी ! कमेंट करके जरूर बताना ! आप अपने दोस्त, रिश्तेदारों को यह जानकारी शेयर जरूर करना और आप किस पक्षी या पशु के बारे में जानना चाहते हैं उसके बारे में कमेंट करके जरुर बताना !