महाभारत के वीर योद्धा पाण्डव और कौरवो के बारे में सम्पूर्ण रोचक जानकारी
आज हम बात करेगें पाण्डव और कौरवो के बारे में रोचक जानकारी की ! पांडवो की अन्य पत्नियों के क्या नाम थे ! और उनसे उत्पन्न पुत्रो के नाम
एक समय आखेट के लिये राजा पाण्डु अपनी दोनों पत्नियों कुन्ती और माद्री के साथ वन में गये ! वन में एक मृग का जोड़ा मैथुन क्रीडा में रत था ! राजा पाण्डु की दृष्टि उन पर पड़ी ! पाण्डु ने तत्काल अपने बाण उस मृग जोड़े पर बरसाए ! और उनको घायल कर दिया !
उन मृग ने मरते समय पाण्डु को श्राप देकर कहा की हे “राजन! तुम्हारे जैसा क्रूर मनुष्य इस संसार में शायद ही कोई होगा ! तूने मुझे मैथुन करते समय बाण मारा हैं ! अतः मै तुम्हे श्राप देता हु की जब कभी तुम मैथुनरत होगें उसी समय तुम्हारी मृत्यु हो जायेगी !
वास्तव में वो हिरण और हिरणी ऋषि किंदम व उनकी पत्नी थी !
ऋषि किंदम के श्राप से राजा पाण्डु ने कभी भी आपनी पत्नियों के साथ सम्भोग नहीं किया ! मगर धर्म, वायुदेव, इन्द्रदेव और अश्वनीकुमारों के वरदान से राजा पाण्डु को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई
फिर कुंती और माद्री ने कठोर तपस्या की ! कुंती को धर्म से युधिष्ठिर और वायुदेव से भीम तथा इन्द्रदेव से अर्जुन के रूप में पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई ! तथा माद्री को अश्वनीकुमारों के वरदान से नकुल तथा सहदेव के रूप में जुड़वा पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई !
ऋषि किंदम और राजा पाण्डु व उनकी पत्निया कुन्ती और माद्री
पाण्डवो के माता पिता का नाम -:
पिता का नाम :- राजा पाण्डु (आध्यात्मिक पिता )
माता का नाम :- कुंती और माद्री
पाण्डव पाँच भाई थे जिनके नाम हैं -:
युधिष्ठिर
भीम
अर्जुन
नकुल
सहदेव
इन पांचों भाइयो की पत्नी का नाम था द्रोपती ! द्रौपदी पंच-कन्याओं में से एक हैं ! जिन्हें चिर-कुमारी के नाम से भी जाना जाता है। द्रौपदी कृष्णा, यज्ञसेनी, महाभारती, सैरंध्री आदि अन्य नामो से भी विख्यात है। द्रोपती के अलावा इन भाइयो की और पत्निया भी थी ! आओ उनके बारे में भी जानते हैं !
युधिष्ठिर की की द्रोपती के अलावा पत्नी का नाम ‘देविका’ था ! युधिष्ठिर की पत्नी ‘द्रोपदी’ से ‘प्रतिविंध्य’ और देविका से ‘धौधेय’ पुत्रो की प्राप्ति हुई
अर्जुन की द्रोपती के अलावा सुभद्रा. उलूपी, और चित्रांगदा नाम की तीन पत्नियों और थी ! उनमे सुभद्रा से अभिमन्यु की, उलूपी से इरावत की और चित्रांगदा से बभ्रुवाहन नाम के पुत्रों का जन्म हुआ !
भीम ने हिडिम्बासुर का वध करने के बाद उसकी बहन हिडिम्बा के साथ हुआ था ! जिससे घटोत्कच्छ नाम के पुत्र का जैम हुआ !
नकुल की द्रोपती के अलावा एक और पत्नी थी जिसका नाम करेनुमति था ! नकुल को द्रोपती द्वारा शैतानिका और करेनुमति से निरामित्र नाम के बालको का जन्म हुआ !
इसी प्रकार सहदेव की दूसरी पत्नी का नाम था विजया ! सहदेव को द्रोपती से श्रुतसेन तथा विजया से सुहोत्र नाम के पुत्रो की प्राप्ति हुई !
पांडवो के इन पांचों भाइयो के अलावा, महाबली कर्ण भी कुंती के ही पुत्र थे , परन्तु उनकी गिनती पांडव पुत्रो में नहीं की जाती हैं !
कौरवों के इन 100 भाइयों के अलावा कौरवों की एक बहन भी थी ! जिसका नाम “दुशाला” था ! उसका विवाह “जयद्रथ” से हुआ था !
आपको पाण्डव और कौरवो के बारे में रोचक जानकारी कैसी लगी ! कमेंट करके जरूर बताना ! आप अपने दोस्त, रिश्तेदारों को यह जानकारी शेयर जरूर करना और आप सनातन के बारे में क्या जानना चाहते हो ! उसके बारे में कमेंट करके जरुर बताना!