घोड़े के बारे में 50 रोचक तथ्य और मजेदार जानकारी बताने वाले हैं ! घोड़े को संस्कृत भाषा में अश्व कहा जाता हैं ! प्राचीनकाल से घोड़े का उपयोग मनुष्य करता आ रहा हैं ! रामायण में भगवान राम द्वारा किये गए अश्वमेघ यज्ञ करने की जानकारी भी हमें सनातन शास्त्रो में मिलती हैं ! और दोस्तों, हमारे देश भारत में विवाह शादियों पर सफ़ेद मादा घोड़े पर दुल्हे को बिठाने का रिजाज सदियों से चला आ रहा हैं !
पुराने समयों में राजा महाराजा अपनी सेना में घोड़ों का इस्तेमाल खास युद्ध के समय करते थे ! इसके आलावा राजाओं की सवारी में भी घोड़ो का विशेष महत्त्व होता था ! और वह घोड़े पर ही जंगल में शिकार के लिए जाते थे !
घोड़ा एक बेहद ही तेज़ दोड़ने वाले एक पालतू जानवर के साथ साथ इंसान के साथ एक वफादार दोस्त माना जाता हैं ! हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की जान बचाने के लिए चेतक नामक घोड़े ने अपनी जान की कुर्बानी भी दी थी !
ये बाते तो आप सभी लोग जानते होंगे मुझे विश्वास हैं !मगर आज हम आपको घोड़े के बारे में कुछ ऐसी विशेष जानकारी बताने वाले है ! जिनके बारे में आज से पहले शायद आपने सुना या पढ़ा नहीं होंगा ! तो चलिए शुरू करते हैं घोड़े के बारे में 50 रोचक तथ्य !
राजशाही घोड़ा बग्घी
घोड़े के बारे में 50 रोचक तथ्य
घोड़े के बारे में कुछ दिलचस्प बाते :-
एक कहानी के अनुसार 1930 में घोड़ों की रेस हो रही थी ! अचानक घुड़सवार को दिल का दौरा पड़ा और उसकी चलते घोड़े पर मौत हो गई ! मगर घोड़ा रुका नहीं, और आखिर में यह घोड़ा जीत गया ! दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी की फ्रैंक हेयास विश्व का अकेला ऐसा घुड़सवार बन गया ! जिसने मरने के बाद घुड़रेस जीती !
अज्ञात काल से घोड़े ने मनुष्य की एक वफादार दोस्त के रूप में किसी न किसी रूप में सेवा की हैं !
यह मनुष्य से जुड़ा हुआ दुनिया का सबसे प्राचीन पालतू स्तनपोषी जीव हैं !
घोड़े के रहने के स्थान को अस्तबल कहा जाता हैं !
महाभारत काल के समय घोड़े पर लिखी गई पहली पुस्तक का नाम शालिहोत्र हैं !
बताया जाता है की ओल्ड बिली नाम का घोड़ा 19 वीं सदी का सबसे उम्रदराज 62 साल का घोड़ा था !
घोड़े की लंबाई को हाथों से मापा जाता हैं ! न की फुट और इंच में !
लंदन में आज भी यातायात की पसंद घोड़ा गाड़ी ही हैं ! जो कई सालो पहले से चलती आ रही हैं !
क्या आपको पता हैं की घोड़े भी इंसान की तरह अपना मूड बताने के लिए तरह-तरह के चेहरे बनाते हैं !
खट्टी और कडवी चीजों से घोड़ा दूर रहता हैं मगर मीठे स्वाद वाली चीजों को यह खाना ज्यादा पसंद करता हैं !
कई फोटो में घोड़े को मुस्कुराते हुए दिखाया गया है ! दरअसल ऐसा करने से घोड़ों की सूंघने की शक्ति बढ़ जाती है !
दोस्तों, घोड़ा एक सामजिक प्राणी हैं ! जो कभी भी अकेले रहना पसंद नही करते और अपने साथी की मृत्यु हो जाने पर शोक मानाते हैं !
घोड़े खड़े खड़े ही सोते हैं ! लेट कर सोने से उनके पेट के आगे दबाव पड़ता हैं ! जो उनके लिए बहुत ही हानिकारक हैं !
झुण्ड के घोड़ों सभी एकसाथ जमीं पर नही लेटते हैं ! उस झुण्ड के कुछ घोड़े खड़े रहते है, ताकि वे आसपास के सम्भावित खतरो पर नजर बनाये रख सकें !
दूसरी नस्ल के घोड़ों की अपेक्षा अरबी घोड़े की पसली में एक हड्डी कम पाई जाती हैं !
आपको जानकर हेरानी होगी की आज भी ब्रिटिश सेना के पास टेंको की अपेक्षा घोड़ो की संख्या अधिक हैं !
5 फरवरी 1948 को चिल्ली देश में हाऊसो नामक घोड़े ने 8 फुट 1.25 इंच के ऊपर जंप लगाने का रिकॉर्ड है ! और इस घोड़े के घुड़सवार का नाम था Caption Alberto Larraguibel
Przewalski Horse नामक एक मात्र जंगली घोड़े की नस्ल जो मंगोलिया देश में अभी तक जीवित बताई जाती है !
दुनिया के सबसे छोटे घोड़े की ऊंचाई मात्र 14 इंच है ! इस घोड़े को आइन्स्टाइन नाम दिया गया है !
घोड़े का वैज्ञानिक नाम ईक्वस (Equus) हैं ! जो लैटिन भाषा से लिया गया हैं, जिसका अर्थ होता हैं घोड़ा !
घोड़े को ईक्यूडी (Equidae) जाती का सदस्य माना हैं !
क्या आप जानते है की नर घोड़े को अंग्रेजी में Stallion और मादा घोड़े को Mare कहा जाता हैं !
और युवा घोड़े को Colt और युवा घोड़ी को Filly कहते हैं ! तथा घोड़े के बच्चे को Ponies कहा जाता हैं !
जब नर घोड़ा और मादा जेब्रा सेक्स करते हैं तो, उनसे उत्पन्न बच्चो को जेब्रोनिक्स कहा जाता हैं !
घोड़े अपने साथी घोड़े के साथ आपस में बात करने के लिए अलग-अलग तरह की आवाजे निकालते हैं !
घोड़े को कब पालतू बनाया गया, इसका वास्तविक इतिहास आज तक किसी को भी पता नही हैं !
पूरी दुनिया में इस समय तकरीबन करीब 6 करोड़ से भी ज्यादा घोड़े हैं ! जिनमे पालतू और जंगली दोनों तरह के घोड़े हैं !
इतिहास में घोड़े पर लिखी गई फली पुस्तक का नाम शालिहोत्र हैं !
क्या आप जानते है की पुरी दुनिया में घोड़ों की 180 किस्म की प्रजातीया पाई जाती हैं ! जिनमें अरबी घोड़े की प्रजाती को सबसे पुरानी और ख़ास नस्ल माना जाता हैं !
प्रथम विश्वयुद्ध के समय लगभग आठ करोड़ से अधिक घोड़े युद्ध में मारे गए थे ! जो बच गए उन घोड़ो को अनफिट घोषित करके बेल्जियम में कसाई खाने में भेज दिया गया था !
घोड़ा एक इतना समझ वफादार जानवर होता हैं की, वह अपने घर और मालिक को कभी भी नहीं भूलता !
याददाश्त के मामले में घोड़े को हाथी से भी अधिक तेज माना जाता हैं ! इनकी याददाश्त बहुत तेज होती हैं !
किसी भी सेना में सबसे ज्यादा अरबी नस्ल के घोड़ों का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता हैं !
बिना रुके घोड़ा कई घंटो तक दौड़ सकता हैं ! इसी कारण बिजली से चलाने वाली मोटरों की शक्ति को हॉर्स पावर के नाम से जाना जाता हैं !
घोड़े में ज्यादा से ज्यादा 15 हॉर्स पावर ऊर्जा का उत्पादन करने की क्षमता होती हैं !
संकटकालीन परिस्थितियों में नर घोड़ा चारों तरफ से मादा घोड़े को घेर कर खड़े हो जाते हैं ! और संकटकालीन परिस्थितियों का मुकाबला खुद करते हैं !
क्या आपको पता हैं की ओलंपिक में भाग लेने वाले घोड़ो के पास बिजनेस क्लास में सफर करने के पासपोर्ट खुद के हैं !
घोड़े के जीवनकल के बारे में रोचक तथ्य :-
घोड़े की उम्र लगभग 30 से 35 साल की मानी जाती हैं !
घोड़ा 5 वर्ष की उम्र में व्यस्क हो जाता है !
मगर 1822 में ओल्ड बिली नाम का घरेलू घोड़ा 62 वर्ष की उम्र में मरा था !
घोड़े का बच्चा अपनी माँ के गर्भ में ग्यारह माह तक रहता हैं !
घोड़ा छोटी सी उम्र से ही दौड़ना शुरू कर देता हैं !
नर और मादा घोड़े के दांतों की संख्या में अंतर होता हैं ! नर घोड़े के जबड़े में 40 दांत होते हैं और मादा घोड़े के जबड़े में केवल 36 दांत होते हैं !
इसलिए घोड़े के कंकाल को उनके दांत गिनकर पता लगाया जाता हैं की वो नर है या मादा !
एक घोड़े के नाख़ूनो (खुर) को काटने के बाद फिर से पूरी बढ़ने में 9-12 महीनो का समय लगते हैं !
घोड़े का दिल लगभग 4 से 5 किलोग्राम का वजन तक का होता है।
घोड़े के दिमाग का वजन लगभग 225 ग्राम होता है ! जो इंसान के दिमाग का लगभग आधा हैं !
घोड़े के कान में 16 तरह की विशेष मांसपेशियां होती हैं ! जो उनको 180 डिग्री तक घूमने में मदद करती है !
एक दिन में लगभग 10 गैलन लार घोड़े के मुह में पैदा होती हैं !
घोड़े के शरीर में पित्ताशय की थैली नही पाई जाती हैं !
घोड़े केवल नाक से सांस लेते हैं, मुंह से सांस नहीं लेते हैं ! इसलिये दोड़ते समय वो थकते नहीं हैं !
घोडा अपने मजबूत नाखूनों के कारण जमीन पर हवा की रफ़्तार से तेज उड़ते हैं !
घोड़े की सामान्यता स्पीड 40 से 50 km/h की मानी जाती हैं !
घोड़े के दोड़ने की अधिकतम स्पीड 88 km/h मापी गयी हैं !
घोड़े के कान का पिछला हिस्सा यदि ठंडा लग रहा है, तो समझ लेना चाहिये कि घोड़े को ठंड लग रही हैं !
माना जाता है की अमेरिकन क्वार्टर नस्ल का घोड़ा सबसे तेज दौड़ता हैं !
घोड़ा एक शाकाहारी जानवर है जिसका भोजन हरी घास, छोटे पौधे, पत्तियां, फल, सब्जियां और चना आदि हैं !
घोड़े खड़े-खड़े सो सकते हैं ! क्योंकि उनके अगले और पिछले पैर की बनावट ही विशेष प्रकार की होती है !
घोड़ा न तो इंसानों की तरह डकार मार सकता हैं और ना ही उल्टी कर सकता ! इसलिए पेट में गैस हो जाने के कारण ज्यादातर घोड़ों की मौत का प्रमुख कारण माना जाता हैं !
दुनिया का सबसे छोटा घोड़ा
घोड़ो के बारे में माने जाने वाले शुभ संकेत
हमारे देश में काले घोड़े की नाल को घर और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर प्रगति बढ़ने के तोर पर लगाया जाता हैं !
वास्तु शास्त्र के अनुसार दौड़ते हुए 7 घोड़ों की तस्वीर लगाना बहुत ही शुभ माना जाता हैं !
यदि आप अपने घर या व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर में दौड़ते हुए घोड़े की तस्वीर लगाते हैं, तो यह आपके कार्य में गति प्रदान करता हैं !
माना जाता है की दौड़ते हुए 7 घोड़ों की फोटो लगाने से सकारात्मक ऊर्जा और प्रत्येक क्षेत्र में तरक्की और सफलता दिलाती हैं !
घोड़े का फोटो खरीदते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि घोड़े का चेहरा प्रसन्नचित मुद्रा में हो, ना कि आक्रोशित हो
सपने में सफेद घोड़े की सवारी करते हुए देखना यह अति शुभ माना जाता हैं !
सपने में घोड़ी के बच्चे को जन्म देते हुए देखना मिले, तो आपके परिवार में वंश की बढ़ोतरी होना निश्चित हैं !
अगर किसी स्त्री को सपने में सफेद घोड़ा दिखाई दे, तो इसका मतलब उससे मनपसंद वर मिलेगा !
विद्यार्थी जीवन में अगर आप दौड़ते हुए घोड़े पर सवार हो, तो निश्चित ही आपको सर्वोत्तम स्थान प्राप्त करने का संकेत मिल रहा हैं !
दौड़ते हुए 7 घोड़ों की तस्वीर
भारत में पाई जाने वाली घोड़ो की नस्ल :-
भारत में घोड़ों की कई तरह की नस्लें पाई जाती हैं ! इनकी प्रमुख नस्लों के नाम और उनकी जानकारी के बारे में आज हम यहाँ बात करते हैं !
मारवाड़ी घोड़ा
यह घोड़ा भारत के राजस्थान प्रान्त के मारवाड़ इलाके में पाए जाते हैं। इनके कान मुड़े हुए होते हैं, यह उनकी खास पहचान होती हैं ! ये अपने कानो को 180 डीग्री में घुमा सकते हैं ! और इनकी ऊंचाईकी बात करे तो ये 14 से 16 हाथ लम्बे होते हैं !
मारवाड़ी नस्ल का घोड़ा
काठियावाड़ी घोड़ा
यह घोड़ा भारत के गुजरात राज्य में पाए जाते हैं ! और इसकी जन्मस्थली भी गुजरात के काठियावाड़ की मानी जाती हैं ! भारतिय सेना और पुलिस इसे घुड़सवारी के लिए उपयोग करती हैं ! इन घोड़ो की औसत ऊंचाई 14.2 हाथ तक की होती हैं ! दोस्तों, आपको बता दे की इस नस्ल में काले रंग के घोड़े नही पाए जाते हैं !
काठियावाड़ी नस्ल का घोड़ा
स्पीती नस्ल का घोड़ा
घोड़े की यह नस्ल भारत के हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाके में पाई जाती हैं ! इस घोड़े का नाम स्पीती घाटी पर रखा गया। इसलिए इसको स्पीती नस्ल का घोड़ा कहा जाता हैं ! यह घोड़ा पहाड़ी इलाकों के लिए बेहतर माना जाता हैं ! अगर हम ऊँचाई की बात करे तो इनकी अधिकतर ऊँचाई 127 से.मी. की होती हैं !
स्पीती नस्ल का घोड़ा
जांस्कारी नस्ल का घोड़ा
भारत के जम्मू-कश्मीर के लद्दाख इलाके में यह घोड़े बहुतायत रूप से पाए जाते हैं ! ये ऊंचाई वाले बर्फीले इलाको में सामान ढोने के लिए कम में लिए जाते हैं ! इस नस्ल के घोड़े ठन्डे प्रदेशो के लोगो की रोजमर्रा के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं !
जांस्कारी नस्ल का घोड़ा
मणिपुरी नस्ल के घोड़े
इस नस्ल के घोड़े भारत के असम और मणिपुर राज्य के क्षेत्रों में पाए जाते हैं ! इस नस्ल के घोड़ो को विशेष रूप से पोलो खेलने के लिए चयन किया जाता हैं ! और इस नस्ल के घोड़े को अच्छी ब्रीड के लिए उपुक्त माना जाता हैं !
मणिपुरी नस्ल के घोड़े
भूटिया नस्ल के घोड़े :-
अधिकतर सिक्किम और दार्जिलिंग के क्षेत्रों में मिलते हैं ! इस नस्ल के घोड़ो का इस्तेमाल मुख्य रूप से घुड़दौड़ के लिए किया जाता हैं ! भूटिया नस्ल के घोड़े अधिकतर नार्थ-ईस्ट में पाए जाते हैं !
मालानी नस्ल के घोड़े :-
मालानी नस्ल के घोड़ो की डिमांड पोलो एवं रेसकोर्स के लिए लगातार बढ़ रही है ! अपनी चाल और दोड़ में बेहतारिन मालानी नस्ल के घोड़ों की सुदरंता, ऊँची कद-काठी इनकी विशेष पहचान होती हैं ! इस नस्ल की उत्पत्ति काठियावाड़ी और सिंधी नस्ल के घोड़ों की ब्रीड से पैदा हुई हैं !
कच्छी-सिंधी घोड़े की नस्ल :-
इस नस्ल को हमारे देश की भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद’ (आईसीएआर) ने सातवीं प्रजाति के रूप में रजिस्टड किया है ! कच्छी-सिंधी नस्ल के घोड़ा रेसर्स की पहली पसंद में आता हैं ! यह घोड़ा गर्म और ठंडे मौसम के लिए अनुकूल माना जाता हैं ! इसकी कीमत की बात करे तो प्योर कच्छी-सिंधी नस्ल का घोड़ा लगभग 5 लाख से लेकर 20 लाख रुपयो के बीच मानी होती है !
आपको यह घोड़े के बारे में 50 रोचक तथ्य की जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताना ! इस जानकारी को आप अपने दोस्त रिश्तेदारों को शेयर जरूर करना ! और आप किस पक्षी या पशु के बारे में जानना चाहते हैं ! उसके बारे में कमेंट करके जरूर बताना !
[…] जय रोगारी,सुनलो प्रभु तुम अरज हमारी – घोड़े के बारे में 50 रोचक तथ्य I Amazing 50 Facts About … – नरसिंह भगवान की आरती I Shri Narasimha Bhagwan Ki Aarti – […]
[…] जय रोगारी,सुनलो प्रभु तुम अरज हमारी – घोड़े के बारे में 50 रोचक तथ्य I Amazing 50 Facts About … – नरसिंह भगवान की आरती I Shri Narasimha Bhagwan Ki Aarti – […]
[…] जय रोगारी,सुनलो प्रभु तुम अरज हमारी – घोड़े के बारे में 50 रोचक तथ्य I Amazing 50 Facts About … – नरसिंह भगवान की आरती I Shri Narasimha Bhagwan Ki Aarti – […]
4 Comments
[…] जय रोगारी,सुनलो प्रभु तुम अरज हमारी – घोड़े के बारे में 50 रोचक तथ्य I Amazing 50 Facts About … – नरसिंह भगवान की आरती I Shri Narasimha Bhagwan Ki Aarti – […]
[…] जय रोगारी,सुनलो प्रभु तुम अरज हमारी – घोड़े के बारे में 50 रोचक तथ्य I Amazing 50 Facts About … – नरसिंह भगवान की आरती I Shri Narasimha Bhagwan Ki Aarti – […]
[…] जय रोगारी,सुनलो प्रभु तुम अरज हमारी – घोड़े के बारे में 50 रोचक तथ्य I Amazing 50 Facts About … – नरसिंह भगवान की आरती I Shri Narasimha Bhagwan Ki Aarti – […]