आप कौवे के बारे में 30 रोचक तथ्य पढना चाहते हैं ? यदि हाँ, तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं ! इस आर्टिकल में आपको कौवे से जुड़े रोचक तथ्य और मजेदार जानकारी मिलेंगी !
आपको सफेद कौवे के बारे में शायद ही जानकारी होगी ! मगर हम आपको आज इसके बारे में भी बताएगें ! मेरी यही कोशिश रहेगी की यह पोस्ट आपके लिए ज्ञानवर्धक साबित हो !
आज हम आपको बताएगें की किस वजह से हुआ था, सफ़ेदकौवे का रंग काला और क्या हैं इसका वैज्ञानिक कारण
कब और कहाँ देखा गया सफेद रंग का कौवा ?
क्या पौराणिक मान्यता हैं कौवे के सफेद से काले होने की ?
आखिर क्या सफ़ेद रंग केकौवे का क्या हैं वैज्ञानिक कारण ?
सफेद रंग का कौवा
(फोटो – Aberlin)
कब और कहाँ देखा गया सफेद रंग का कौवा ?
मध्य प्रदेश की नर्मदा नदी के किनारे बसे दतवाड़ा गांव में नवंबर 2019 को सफ़ेद रंग के कौवे को देखा गया ! यहां के स्थानीय लोगों के अनुसार यह कौवा पिछले कई दिनों से यहाँ आसपास में ही घूमता रहता हैं !
इससे पहले भी वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश के सतना जिले में भी सफेद कौवे को देखा जा चुका हैं ! अगर आपने पहले कभी इसके बारे में सुना हो तो कमेंट करके जरुर बताना !
आखिर क्या सफ़ेद रंग केकौवे का क्या हैं वैज्ञानिक कारण ?
कौवे के सफ़ेद रंग के पीछे वैज्ञानिक कारण :- सफेद कौवा भी दूसरे अन्य काले कौवो के जैसा ही होता हैं ! परन्तु अनुवांशिक दोष ल्यूसीज्म के कारण कुछ कौवे की कई ऐसी प्रजातियों के शरीर पर कहीं ना कहीं सफेद धब्बा होता हैं !
हालांकि पक्षी विशेषज्ञों का मानना हैं की लाखों कौवे में किसी एक कौवे का रंग सफेद हो सकता हैं !
ज्योलॉजी के एक प्रोफेसर के अनुसार एलबीनीजम प्रक्रिया का पूरी तरह विकाश नहीं होने के कारण भी कुछ कौवा अपने मूल रंग के न होकर सफेद रंग के पैदा हो जाते हैं !
दतवाड़ा गांव में देखा गया सफ़ेद रंग का कौवा
(फोटो – Aberlin)
क्या पौराणिक मान्यता हैं कौवे के सफेद से काले होने की ?
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कौवे के सफेद रंग से काले रंग के होने के पीछे एक अलग कहानी हैं !
काफी समय पहले एक ऋषि महाराज ने एक सफेद कौवे को अमृत ढूंढने का आदेश दिया ! और कहा कि मुझे अमृत के बारे में जानकारी ला कर दे ! लेकिन ध्यान रखना तुम्हे उस अमृत को पीना नहीं हैं !
कई वर्षो की मेहनत के बाद उस सफेद कौवे ने अमृत का पता लगा लिया ! मगर इतनी मेहनत के बाद उस सफेद कौवे को अमृत पीने की इच्छा होने लगी ! और उसने ऋषि के आदेश की अवहेलना करके अमृत को पी लिया ! और अमृत पीने के बाद इसकी जानकारी ऋषि को आकर बता दी
जब ऋषि को इस बात का पता चला तो वे कौवे से नाराज उसे श्राप दिया कि तुमसे सभी घृणा करेंगे और तुमको अशुभ मानेगें ! क्योकिं तुमने अपनी अपवित्र चोंच से इस पवित्र अमृत को जूठा कर दिया !
ऋषि ने श्राप देते हुए सफेद कौवे पर अपने कमंडल से उस पर पानी छिड़क दिया ! उसके बाद कौवे का रंग हमेशा के लिए काला पड़ गया ! इस तरह कौवे का सफ़ेद से काला रंग हो गया !
(फोटो – Aberlin)
कौवे के बारे में 30 रोचक तथ्य
कौवे का वैज्ञानिक नाम Corvus Brachyrhynchos हैं !
अंटार्कटिका महाद्वीप को छोड़कर कौवे दुनिया के हर महाद्वीपो में पाए जाते हैं !
पूरी दुनिया में कौआ की लगभग 45 प्रजातियाँ पाई जाती हैं !
कौवो को दुनिया भर में अलग अलग नामो से पुकारा जाता हैं, जिनमे प्रमुख नाम पिका पिका, न्यूट्रैकर्स, बुशपीज, ट्रीपीज, कोरबी, और चाउज हैं !
दुनिया में पाई जाने वाली कौवों की सबसे छोटी नस्ल मेक्सिको का Dwarf Jay कौवा है। जिसका वजन मात्र 40 ग्राम और लंबाई 25 सेंटीमीटर से अधिक नहीं होती हैं !
दुनिया की सबसे छोटी नस्ल मेक्सिको का Dwarf Jay कौवा
वैज्ञानिकों ने कौवे को ” पंख वाले वानरों ” के रूप में नामकिंत किया !
सनातन धर्म के अनुसार पितृ पक्ष में कौवे को भोजन देने की प्रथा आदी कल से चली आ रही हैं !
स्वीडन के लोगों की धारणा के अनुसार कौवे को मृत लोगों की आत्मा के रूप में जाना जाता हैं !
तोते को छोड़कर अन्य सभी पक्षियों में सबसे बड़ा दिमाग कौवे का माना जाता हैं !
दुनिया में कौवे के सबसे बड़ी प्रजाति इथोपिया का Thick-billed Ravenकौवा हैं ! जिसका वजन 1.2 kg से 1.5 kg और लंबाई 65-70 सेंटीमीटर के आसपास पाई जाती हैं !
दुनिया की सबसे बड़ी प्रजाति इथोपिया का Thick-billed Raven कौवा
कौवे को बुद्धिमान पक्षी माना जाता हैं, ये वेंडिंग मशीन में सिक्के डालकर खाने की सामग्री निकाल सकते हैं !
कुछ कौवे मूंगफली का दाना निकलने के लिए सड़क किनारे वाहनों का इस्तेमाल भी करते हैं !
कौवे को राजस्थानी भाषा में ‘कागला’ और मारवाड़ी भाषा में ‘हाडा’ कहा जाता हैं !
कोयल अपने अंडे कौवे के घोसलों में देती हैं, और कोयल के बच्चो कोकौवे पालते हैं !
कौवे निडर पक्षी माना जाता हैं ! यह अपने से 10 गुना अधिक वजनदर और ताकतवर बाज का भी पीछा करते हैं !
निडर कौआ
कौवे के जीवनकाल के बारे में रोचक जानकारी
जंगली कौओ का जीवनकल लगभग 7 वर्ष का होता हैं !
मगर कुछ प्रजातियों में कौवे जीवनकाल 12 से 14 वर्ष का होता हैं !
कौवे अपने पूरे जीवनकल में केवल एक ही साथी का चुनाव करते हैं !
मादा कौवे आमतोर 4 वर्ष में और नर कौवे अमूमन 5 वर्ष में यौन परिपक्वता प्राप्त कर लेते हैं !
मादा कौवा एक प्रजनन कल में 4 से 6 अंडे देते हैं ! इनकेअंडे हरे या जैतून के कलर के गहरे धब्बेदार होते हैं !
नर और मादा कौवे मिलकर अन्डो को 40 दिनों तक सेते हैं !
कौवे अपना भोजन अन्य पक्षीयो से छुपाकर रखते हैं ! और उन्हें याद रहता हैं कि भोजन कहाँ छुपाया था !
हमें उम्मीद है की आपको कौवे के बारे में 30 रोचक तथ्य की जानकारी (About Crow in Hindi) पसंद आई होगी ! इसे आप अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करें ! आप अपने विचार नीचे कमेंट के माध्यम से हम तक पहुँचा सकते हैं।